देश में “साम्प्रदायिक आतंक के खिलाफ” एसडीपीआई चलाएगी राष्ट्रव्यापी अभियान

हाॅटल पाॅम में की पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हाफिज मंजूर अली खान ने की घोषणा

जयपुर 10 दिसम्बर 2015 सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एस डी पी आई) की राजस्थान इकाई की और से आज जयपुर स्थित हाॅटल पाॅम में प्रेस काॅन्फ्रेंस सम्पन्न हुई। इस प्रेस वार्ता का उद्देश्य श्साम्प्रदायिक आतंक के खिलाफ राष्ट्रव्यापी अभियानश् का आगाज कर देश में बिगडे हुए हालात विशेषकर अल्पसंख्यकों, दलितों, पिछडों व दबें कुचलें लोगों में विश्वास, साहस और उत्साह पैदा करना है।

एसडीपीआई के प्रदेश अध्यक्ष हाफिज मंजूर अली खान नेे प्रेस वार्ता में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने सत्ता में आने के कुछ महीनों बाद ही विकास के एजेंडे को छोड़ दिया है। इस तरह से भाजपा ने साबित कर दिया है कि उसके पास दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को चलाने की सूझबूझ और क्षमता नहीं है। भारतीय जनता पार्टी के सांसद, मुख्यमंत्री और राज्य मंत्रियों सहित यहां तक कि केंद्र सरकार की ओर से नियुक्त विभिन्न राज्यों में संवैधानिक अधिकारी राज्यपाल भी विवादास्पद बयान देकर देश की गंगा-जमुनी संस्कृति को जहरीला करने पर आमादा हैं। इस तरह के बयान देश के सेकुलरिज्म और लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए खतरनाक है। इससे देश की सामाजिक और राजनीतिक स्थिति दिनों दिन कमजोर होती जा रही है।
एसडीपीआई के प्रदेश उपाध्यक्ष व प्रदेश प्रेस प्रवक्ता मो. रिजवान खान ने कहा कि हाल के दिनों में ‘‘असहिष्णुता‘‘ जैसा शब्द देश में बहुत ज़्यादा चर्चित हो चुका है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी सहित आरएसएस और भाजपा नेता केवल जुमलेबाज़ी से यह साबित करने की कोशिश कर रहे हैं कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष सहिष्णु देश है लेकिन उनके कार्यान्वयन और चरित्र से, बंधुत्व की कोई बात भी नज़र नहीं आ रही है। यह दयनीय है इससे देश का माहौल और घृणित हो रहा है। राजग सरकार के डेढ़ साल का लंबा समय बीत जाने के बावजूद, देश में महंगाई में कमी नहीं हुई है बल्कि इसमें तेजी से वृद्धि ही हो रही है। इस तरह से मोदी के ज़रिये देश में विकास और खुशहाली लाने का वादा झूठ का एक पुलंदा साबित हुआ है।
प्रदेश महासचिव मो. हनीफ ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सांप्रदायिक ताकतें पूरे देश में अशांति पैदा कर रही है, देश के विभिन्न भागों में ‘गौरक्षा के नाम पर मुसलमानों को तंग किया जा रहा है तथा हत्या तक करने से ये लोग नहीं कतरा रहे हैं। दलितों को सरेआम नंगा करके उन्हें अपमानित और बदनाम कर रहे हैं। भाजपा सरकार इस तरह की घटनाओं को रोकने में पूरी तरह नाकाम साबित हुई है, बल्कि सत्ता के नशे में चूर भाजपा सरकार लोकतंत्र के मूल्यों और सिद्धांतों को ही भूल गई है जिसकी वजह से देश के हालात यह होते जा रहे है कि  सांप्रदायिकता का दायरा बड़ा होता जा रहा है। फासीवादी शक्तियों के खिलाफ मुंह खोलने वाले लेखकों, बुद्धिजीवी, समाज सुधारकों, पत्रकार, कलाकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं आदि को डराया और धमकाया जाकर निशाना बनाया जा रहा है, जिसके कई उदाहरण मौजूद है। जैसे पुणे में नरेंद्र दाभोलकरर, मुंबई में गोविंद पंसारे और गुलबर्गा कर्नाटक में एमएम कुलबर्गी की हत्या कर दी गई। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा, सांप्रदायिकता को रोकने और सरकार की विफलता के खिलाफ आवाज उठाने के लिए अब लेखकों, कलाकारों, वैज्ञानिक और सामाजिक बुद्धिजीवियों को मजबूर होकर बाहर आना पड़ रहा है।
एसडीपीआई के प्रदेश महासचिव अशफाक हुसैन ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि फासीवादी ताकतों और प्रशासन की अक्षमता के कारण सांप्रदायिक आतंकवाद और दलितों, पिछडों व दबे कुचलें लोगों पर हो रही हिंसाओं की घटनाओं से देश की जनता बेहद खौफ़ के आलम में है। इसलिए देश की जनता खासतौर पर अल्पसंख्यकों और दबे कुचले लोगों के कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होकर उन्हें प्रोत्साहित करना हमारा कर्तव्य है। इस संदेश को पुरे देश में फैलाने के लिए एसडीपीआई ने जनसभा, सेमिनारों, नुक्कड नाटक और नुक्कड सभाओं, पोस्टर, और विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक और संगीत के कार्यक्रमों के माध्यम से एक राष्ट्रव्यापी अभियान चलाने का फैसला किया है। यह प्रेस कांफ्रेंस भी इसी की एक कड़ी है। अभियान के आगाज की घोषणा 07 दिसम्बर 2015 को दिल्ली स्थित प्रेस क्लब आॅफ इण्डिया में राष्ट्रीय अध्यक्ष और कार्यकारिणी के सदस्यों ने प्रेस वार्ता कर घोषण की। वहीं  10 दिसंबर को बेंगलूर में एक विशाल सम्मेलन के साथ शुरू किया जाएगा और 31 दिसंबर 2015 तक चलेगा। प्रदेश में भी 10 दिसम्बर से नुक्कड नाटक और नुक्कड सभाओं, आमसभाओं सहित कई कार्यक्रम किया जाएगा तथा इसी के साथ 27 दिसम्बर 2015 को जयपुर में स्टेट सेमिनार का आयोजन किया जाएगा। इस अभियान के तहत  21 दिसंबर को एक विशाल संसद मार्च निकाला जाएगा जिसमें देश के कई हिस्सों से हजारों कार्यकर्ता भाग लेगें इसी कडी में प्रदेश से भी संसद मार्च में हजारो की तादाद में कार्यकर्ता भाग लेंगें। इसके अलावा जयपुर, कोलकाता, बेंगलूर, अलीगढ़, लखनऊ, पटना और मुंबई सहित देश भर में सेमिनार और साथ ही राज्य समितियों द्वारा अन्य कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा।
धन्यवाद।