जिला महासचिव नावेद अख्तर ने कहा कि नोटबन्दी का फैसला देश में जमा कालेधन को निकालने के लिए किया गया था लेकिन सरकार के फैसले के विपरीत 15 लाख करोड पुरानी मुद्रा में से 90 प्रतिशत के लगभग मुद्रा बैंकों में जमा हो चुकी है साथ ही जो कुछ रकम पकडी गई उनमें लगभग 649 करोड रूपये भाजपा के नेताओं के पास पकड में आए है। 50 दिन पूरे होने के बाद देश के नाम संबोधन पूरी तरह से आमजन को निराश करने वाला रहा है मोदी जी ने अब तक जितने भी वादे किये है वह पुरे नही किये है सबका साथ सबका विकास, अच्छे दिन आने वाले है, महंगाई कम होगी, कालाधन पकडा जाएगा। लेकिन इसके विपरीत भाजपा सरकार के ढाई साल के शासनकाल में देश में दलितों, अल्पसंख्यको व बुद्धिजीवियों पर हो रहे जुल्म व अत्याचार तथा नोटबन्दी होने से दिहाडी मजदूर से लेकर एक व्यापारी के बिजनेस पर इसका सीधा असर पडा है ऐसे में पेट्रोल डीजल के दामों में लगातार वृद्धि करने से आमजन को परेशानियों का सामना करना पड रहा है हमारी मांग है कि सरकार पेट्रोल डीजल के दामों में वृद्धि के फैसले को वापस लें और नोटबन्दी में कितना कालाधन पकडा गया उसके बारे में देश की आवाम को बताए साथ ही नोटबन्दी से अब तक जितने लोगों की मृत्यु हुई है उनकों मुआवजा दिया जाए।
SDPI Kota protested against Demonetization; burnt PM’s effigy
एसडीपीआई ने विरोध प्रदर्शन कर मोदी का पुतला जलाया।
Kota, Rajasthan 06 Jan 2017: सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इण्डिया की कोटा इकाई की ओर से नोटबन्दी व पेट्रोल डीजल के दामों में हो रही लगातार वृद्धि के खिलाफ दिनांक 06 जनवरी 2017 को शाम 5 बजे इन्दिरा गांधी सर्किल पर विरोध प्रदर्शन कर मोदी का पुतला दहन किया गया।
एसडीपीआई जिलाध्यक्ष जफर चिश्ती ने नोटबन्दी को पूरी तरफ विफल योजना बताते हुए इसे आमजन के साथ कुठाराघात बताया ऐसे में पेट्रोल डीजल के दामों में लगातार वृद्धि करने से आमजन को दोहरी मार झेलनी पड रही है मोदी जी के 50 दिन के वादे के मुताबिक उनके 50 दिन पूरे होने पर देश के नाम संबोधन में उन्होनें जो घोषणाए की है उनमें से अधिकांश पूर्ववर्ती सरकारों द्धारा की गई थी साथ ही उन्होंने इन 50 दिनों में कितना कालाधन पकडा गया उसके बारे में कुछ नहीं कहा, जिसका देश की जनता को इन्तजार था लेकिन आमजन को निराशा हाथ लगी साथ ही इस फैसला का सीधा असर देश की अर्थव्यवस्था पर देखने को मिलेगा। जिस तरह अपने संबोधन में उन्होंने आमजन की परेशानी के बारे में बताया लेकिन नोटबन्दी के फैसले से अब तक सैकडों लेगों की मृत्यु हो चुकी है उनको मुआवजा देने की बात तो दूर संवेदना भी प्रकट नहीं की जो कि इस देश के लिए निन्दनीय है।
विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप से जिला उपाध्यक्ष इमरान बाबा, जिला सचिव जावेद हुसैन, राजा वारसी, जिला कोषाध्यक्ष हाजी बून्दू पॉपुलर फ्रन्ट के जिलाध्यक्ष शोएब अहमद, कोटा उत्तर विधानसभा सचिव सरोश खान, लाडपुरा विधानसभा अध्यक्ष आशिक पठान, शाहिद, इम्तियाज भाई सहित कई कार्यकर्ता मौजुद थे।
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