यह जघन्य अपराध है, अपराधियों को सख्त सजा होनी चाहिए – एसडीपीआई

सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया – एसडीपीआई के राष्ट्रीय महासचिव मोहम्मद शफी ने उत्तर प्रदेश के एक अस्पताल में मरीजों की हत्या के अमानवीय कृत्य की कड़े शब्दों में निंदा की है। शफी ने मांग करते हुए कहा कि आगरा के अस्पताल प्रशासन का यह घृणित कृत्य गैर इरादतन हत्या है और इंसानों के प्रति ऐसी बर्बरता के दोषियों पर भारतीय दंड संहिता-आईपीसी की धारा 302 के तहत मुकदमा चलाकर कानून में उपलब्ध अधिकतम सजा दी जानी चाहिए।आगरा के पारस अस्पताल में 27 अप्रैल को घटित यह जघन्य घटना जो कि एक सुनियोजित हत्या के समान है तब उजागर हुई जब अस्पताल के मालिक अरिंजय जैन ने 28 अप्रैल को वीडियो रिकॉर्ड किया जिसमें उन्हें यह बताते हुए सुना गया कि उन्होंने 27 अप्रैल को 5 मिनट के लिए ‘मॉक ड्रिल’ के तहत अस्पताल की ऑक्सीजन सप्लाई बंद कर दी थी। “22 मरीजों ने सांस लेने के लिए छटपटाने शुरू कर दिया और उनके शरीर नीले पड़ने लगे। इससे हमें यह पता चला कि यह मरीज नहीं बच पाएंगे” और यह 22 मरीज इस बर्बर ‘मॉक ड्रिल’ की भेंट चढ़ गए। यह सरासर एक सुनियोजित हत्या है। यह भयावह घटना, भगवा वस्त्र धारण किए शैतान के अवतार द्वारा शासित राज्य, उत्तर प्रदेश के हिंदुत्व मॉडल में मानव जीवन और नैतिक मूल्यों की असलियत का पर्दाफाश करती है।जिला अधिकारी का यह बयान कि जिस दिन यह कथित वीडियो रिकॉर्ड किया गया था, ऑक्सीजन की कमी के कारण कोई मृत्यु नहीं हुई, मृत्यु के पंजीकरण और अधिकारियों द्वारा दी जा रही जानकारी के कूप्रबंधन का घिनौना सच उजागर करताहै। जब अस्पताल का मालिक स्पष्ट रुप से कह रहा है कि ‘मॉक ड्रिल’ की वजह से 22 मरीजों की मृत्यु हो गई, बावजूद उसके जिलाधिकारी उस दिन ऑक्सीजन की कमी से किसी भी मौत को खारिज कर रहा है।जो आर एस एस के फासीवादी चरित्र को भलीभांति जानता है उसे रखती भर भी हैरानी नहीं होगी कि कोई व्यक्ति इंसानों के प्रति ऐसी क्रुरता कैसे कर सकता है। जो कुकृत्य सभ्य समाज में अपराध और अमानवीय माने जाते हैं, संघ परिवार वैध और अच्छे कर्म बताता है। उत्तर प्रदेश आर एस एस की नफरत की जन्मस्थली है जहां मानवता और मानव मूल्यों का कोई स्थान नहीं। उत्तर प्रदेश में अपराध बढ़ने का मुख्य कारण इन अपराधों के प्रति ऐसी सरकार का उदासीन रवैया है जिसकी प्राथमिकता जनकल्याण या राज्य की कानून व्यवस्था सुचारू करने की बजाय, मनुस्मृति आधारित जाति राष्ट्र का निर्माण करना है जिसका मुख्य आधार दूसरे धर्मो और धर्मों को मानने वाले लोगों का विनाश करना है। उत्तर प्रदेश जोकि गैरकानूनी हत्याओं, सड़कों पर लोगों के खानपान और जय श्री राम ना बोलने के लिए के लिए भीड़ द्वारा हत्या, और सरकार द्वारा एनकाउंटर के अलावा इस हत्यारे गिरोह की सूची में एक नया विषय जुड़ गया है – ‘मॉक ड्रिल मर्डर’कोई भी आसानी से उत्तर प्रदेश में बलात्कार, यौन दुराचार, छोटे बच्चों का यौन शोषण, हत्या आदि की इन मानवीय घटनाओं के कारण का अंदाजा लगा सकता है। जैसा की कहावत है ‘यथा राजा तथा प्रजा’, प्रजा निश्चित ही अपने शासकों का अनुसरण करेगी।सरकार से असहमति जताने वाले लोगों के खिलाफ हुई घटनाएं कोई अपराध नहीं लेकिन गाय से संबंधित कोई भी घटना उत्तर प्रदेश में अपराध मानी जाती है। अपराधियों को सरकार का पूरा समर्थन मिलता है और कभी कभी अपराधियों को सरकार उच्च पद पर बिठाकर उन्हें मालाएं पहनाती है। ऐसे माहौल में इस तरह की जघन्य घटनाएं बढ़ती जाएंगी। शफ़ी ने कहा कि ऐसी क्रूरता के खिलाफ कोई भी इंसान चुप नहीं बैठ सकता और राज्य में इसके पुरजोर विरोध और विरोध प्रदर्शन की जरूरत है ताकि दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलाई जा सके