Friday, July 18, 2014

सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ़ इंडिया (SDPI) भारत सरकार से आह्वान करती है की वह इसराइल से राजनैतिक और व्यापारिक संबंधो को तुरंत खत्म करे, जब तक की इस्राइल फिलीस्तीन की जनता का नरसंहार बंद नहीं करता है !!

एक बयान मे एस. डी. पी. आई के राष्ट्रीय अध्यक्ष ए. सईद ने कहा की इसराइल, महिलाओ और बच्चो को भी नहीं बख्श रहा है और निर्दोष जनता पर अन्यायपूर्वक हमला कर रहा है और इस बात पर पीड़ा व्यक्त करते हुवे कहा की अंतरराष्ट्रीय समुदाय की इस घटना पर चुप्पी  चौंकाने वाली है और यह चुप्पी दुनिया में मानव अधिकारों के प्रति अपनी अन्यायी दृष्टिकोण और विश्व व्यवस्था में द्वंद्व और पाखंड को उजागर करता है ! 

सईद ने आगे कहा की,  भाजपा इस विषय मे दोहरा चेहरा दिखा रही है और वह पश्चिम एशिया संकट खत्म करने के लिए दोनों सदनों मे बहस करने को तैयार नहीं है वही दूसरी और वह अंतरराष्ट्रीय मानव अधिकारों की रक्षा की बात करती है, केन्द्र सरकार की दोहरा मापदंड पाखंड नीतियो को उजागर करता है ! अब तक   200 से अधिक फिलीस्तीनियों जिसमे ज्यादातर महिलाओं और बच्चों है उनकी हत्या कर दी गई और फलस्तीन की बस्तियों पर भारी हवाई हमले कर बम विस्कोट किये जा रहे है और केंद्र सरकार चुप है यह बड़ा निंदनीय है !! 

एक और जहा  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्राजील में ब्रिक्स 2014 शिखर सम्मेलन में अपने भाषण में इस मुद्दे पर चिंता व्यक्त की है, मोदीजी यह भी कहा था की इस घटना से काम से काम सात लाख से ज्यादा लोगो का जीवन प्रभावित होगा क्युकी यह देशो को अलग थलग कर रहा है और यदि सभी मुख दर्शक बनकर बैठे रहे तो इस के गंभीर परिणाम होगे, खासतौर पर पर भारतीय नागरिक जो की खाड़ी क्षेत्र मे रहते है सीमाओ की अस्थिरता के कारण प्रभावित होगे वही दूसरी और भारत के दोनों सदनों मे अपना दूसरा चेहरा प्रस्तुत कर रहे है ! 

सईद ने आगे कहा की भारत शुरू से ही फिलीस्तीन को विशेष राज्य का दर्जा देने का समर्धन करते आया है और इसराइल को बरसो भारत मे अपना दूतावास खोलने की अनुमति नहीं दी थी और वह एशिया का पहला देश था जिसने फिलीस्तीन का भरपूर समर्धन किया था और आज भी फिलीस्तीन के साथ भारत के सामरिक और व्यापार संबंध मजबूत है ! 

हमास सन 2006 मे एक निष्पक्ष चुनाव के माध्यम से सत्ता में आने के बाद इस्राइल ने अवैध नाकेबंदी शुरू कर हमास और  उनके सहयोगियों पर भी हमले शुरू कर दिए थे जो की देश की एकता को तोड़ने का प्रयास था !! विश्व के सभी देश, अरब देश और  मानव अधिकार संघटन मिलकर इस बात का समर्धन करना चाहिए की सन 1967 से जितना भी हिस्सा इसराइल ने फिलीस्तीन से अवैध तरीके से कब्जे मे लिया है वह फिलीस्तीन को वापस दिया जावे और इसराइल पर अवैध युद्ध का मुकदमा चलाया जावे ! 

उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र और अन्य देशों इसराइल पर पर्याप्त राजनीतिक और कूटनीतिक दबाव डालना चाहिए और हमले रोकने के लिए आर्थिक प्रतिबंध का उपयोग करने की मांग की. अरब और खाड़ी के देशों, गाजा तक पहुंचने में उनकी नैतिक जिम्मेदारी को पूरा नहीं कर रहे हैं कि बहुत अफसोस की बात है ! 

विरोध प्रदर्शन मे इन्दौर जिला अध्यक्ष शकील शेख, जिला महासचिव काशिफ खान, पार्टी कार्यकर्ताओं और सदस्यों ने बड़ी संख्या मे  केंद्र सरकार से गाजा नरसंहार रोकने और निर्दोष जनता की हत्या बंद करने जैसे नारे लगाये और विरोध प्रदर्शन मे हिस्सा लिया !!