सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय महासचिव इलियास मुहम्मद थुम्बे ने पश्चिम बंगाल में आज स्थानीय निकाय चुनावों के दौरान भड़की हिंसा, जिसके परिणामस्वरूप 17 कीमती जान चली गईं, को रोकने और नियंत्रित करने में प्रशासन की विफलता की कड़ी निंदा की। राज्य चुनाव आयुक्त सिन्हा का बयान, ”हमने 25 जून को केंद्रीय बलों की 822 कंपनियों के लिए मांग दी थी और हमने विवरण भी दिया. यदि केंद्र सरकार ने हमें समय रहते पूरा केंद्रीय बल भेज दिया होता, तो हम उन्हें और अधिक बेहतर तरीके से तैनात कर देते… वे मतदान के दिन तक केवल 660 कंपनियां ही भेज पाए।” इलियास ने कहा, ये ब्यान सुरक्षा बल प्रदान करने में केंद्र सरकार के उदासीन रुख और केंद्र सरकार की गंदी राजनीति के बारे में बहुत कुछ बताता है और यदि पर्याप्त कर्मी भेजे जाते तो वे मारे गए लोगों को बचाने में मदद करते।

चिंताजनक तथ्य यह है कि 60 से 75 प्रतिशत पीड़ित मुस्लिम समुदाय से हैं जो कि सांप्रदायिक अलगाव पैदा कर राजनीतिक लाभ उठाने के षड्यंत्र और विस्तृत योजना की ओर इशारा करता है
थुम्बे ने मांग करते हुए कहा कि राज्य सरकार को हिंसा रोकने के लिए तुरंत कार्रवाई करके दोषियों और साजिशकर्ताओं पर मामला दर्ज कर इस हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों को उचित मुआवजा प्रदान करना चाहिए.
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