
एसडीपीआई के 17वें स्थापना दिवस पर, मैं हमारे जुझारू कार्यकर्ताओं की प्रतिबद्धता, समर्थकों के विश्वास और न्याय की उस अडिग भावना को सलाम करता हूँ, जो हमारी पार्टी की पहचान है। अपने गठन के दिन से ही एसडीपीआई ने सत्ता से सच कहने का साहस दिखाया है, व्यवस्थागत अन्याय को चुनौती दी है और वंचितों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी रही है।आज जब लोकतांत्रिक मूल्य खतरे में हैं और नफ़रत की राजनीति मुख्यधारा में आ गई है, तब हमारी भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाती है। आइए हम अपने संस्थापक सिद्धांतों, धर्मनिरपेक्षता, सामाजिक न्याय और जन अधिकारों के प्रति फिर से अपनी प्रतिबद्धता दोहराएँ, और एक ऐसा आंदोलन खड़ा करें जो हर नागरिक की गरिमा की रक्षा करे, चाहे वह किसी भी धर्म, जाति या वर्ग से हो।हम न तो खामोश होंगे और न ही पीछे हटेंगे। जनता का संघर्ष जारी है और एसडीपीआई हमेशा इस संघर्ष की अगली पंक्ति में खड़ी रहेगी।
संघर्ष और एकजुटता के साथ,
मोहम्मद शफ़ी
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ़ इंडिया
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