एसडीपीआई ने आरएसएस के सम्मान में सिक्का और डाक टिकट जारी करने की निंदा की

सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) ने केंद्र सरकार के उस कदम की कड़ी निंदा की है, जिसमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सम्मान में सिक्का और डाक टिकट जारी किया गया। यह कदम राष्ट्रीय शर्म की बात है और भारतीय लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता के लिए गंभीर अपमान है।

आरएसएस, जो फासीवादी और नाजी विचारधाराओं से प्रेरित है, हमेशा लोगों को धार्मिक आधार पर बांटने और घृणा एवं हिंसा को बढ़ावा देने का काम करता रहा है। इसका भारत की स्वतंत्रता संग्राम में कोई योगदान नहीं रहा; बल्कि इसने ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन का मौन समर्थन किया।

ऐसी संगठन को सम्मानित करना उन मूल्यों की अवमानना है – स्वतंत्रता, समानता और न्याय – जिसके लिए अनगिनत भारतीयों ने अपने प्राण न्योछावर किए।

एसडीपीआई मांग करती है कि केंद्र सरकार तुरंत आरएसएस के नाम पर जारी सिक्का और डाक टिकट को वापस ले और उन शक्तियों को महिमामंडित करना बंद करे, जो भारत के धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक ताने-बाने को कमजोर करती हैं।

मोहम्मद शफ़ी
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष
सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया