अमेरिका द्वारा ईरान पर बमबारी – ईरान की संप्रभुता पर हमला

सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) अमेरिका द्वारा 22 जून 2025 को ईरान के फोर्दो, नतांज़ और इस्फहान स्थित परमाणु ठिकानों पर की गई बमबारी की कड़ी निंदा करती है। यह हमला ईरान की संप्रभुता का खुला उल्लंघन है और यह दर्शाता है कि अमेरिका एक ऐसा बेलगाम देश बन चुका है जो ज़ायोनिस्ट इज़राइल की आतंककारी नीतियों को खुलकर समर्थन देता है। इज़राइल, जो वर्षों से अपने पड़ोसी देशों पर हमले करता रहा है, फ़िलिस्तीनियों का कत्लेआम करता आया है, और आम नागरिकों को निशाना बनाता रहा है – अब सैकड़ों परमाणु हथियारों के साथ पूरे मध्य एशिया के लिए खतरा बन गया है।

संयुक्त राष्ट्र की अनगिनत प्रस्तावों और विश्वव्यापी आलोचना के बावजूद, अमेरिका इस दमनकारी राष्ट्र का साथ देकर इंसानियत और सभ्यता के सिद्धांतों को कलंकित कर रहा है। इराक से लेकर अफगानिस्तान, लीबिया से लेकर सीरिया तक – लगभग हर अमेरिकी राष्ट्रपति ने झूठ और अफवाहों के आधार पर पश्चिम एशियाई देशों पर हमले किए हैं, जिनका नतीजा लाखों मौतें और तबाह होते देश रहे हैं। ईरान पर यह हमला अमेरिका के खून से सने इतिहास का एक और शर्मनाक अध्याय है, जो साबित करता है कि अमेरिका, इज़राइल और उनके साथी ही आज दुनिया की शांति के सबसे बड़े दुश्मन हैं।

एसडीपीआई ईरानी जनता के साथ मज़बूती से खड़ी है और उनकी आत्मनिर्णय की भावना का पूरा समर्थन करती है। हम अमेरिका की इस दोहरी नीति की निंदा करते हैं, जो इज़राइल के परमाणु हथियारों को नजरअंदाज करते हुए ईरान को निशाना बना रहा है। यह हमला एक बड़े युद्ध को जन्म दे सकता है, जिससे होरमुज़ की खाड़ी का बंद होना जैसी वैश्विक अस्थिरता भी उत्पन्न हो सकती है।

हम अमेरिका-इज़राइल की इस आक्रामकता को तुरंत रोकने, इस हमले की संयुक्त राष्ट्र जांच कराने और बातचीत के रास्ते पर लौटने की मांग करते हैं। एसडीपीआई साम्राज्यवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेगा और एक ऐसी दुनिया के लिए संघर्ष करता रहेगा जहाँ संप्रभुता और शांति को युद्ध और दमन पर प्राथमिकता दी जाए।

मोहम्मद शफी
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष
सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया